मधेसमा ‘भरदुतिया’ पर्व उल्लास
‘गंगा नोतय छैथ यमुना के, हम नोतय छी भाई कें जहिना जहिना गंगा–यमुना केँ धार बहय, तहिना हमर भाय सबहक औरदा बढ्य’ आफ्नो दाजुभाइको दीर्घायुको कामना यसरी नै गर्दै दिदीबहिनीले यो पर्व मनाउने गर्छन्।
‘गंगा नोतय छैथ यमुना के, हम नोतय छी भाई कें जहिना जहिना गंगा–यमुना केँ धार बहय, तहिना हमर भाय सबहक औरदा बढ्य’ आफ्नो दाजुभाइको दीर्घायुको कामना यसरी नै गर्दै दिदीबहिनीले यो पर्व मनाउने गर्छन्।